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गुरुवार, 6 मई 2010

67 लाख रुपये में बिका चंद्रमा को निहारने वाला कागज

इतिहास की धरोहरें आने वाली पीढ़ियों के लिए पथ-प्रदर्शक का कार्य करती हैं। हाल ही में चंद्रमा पर सबसे पहले पहुंचने वाला पन्ना जिस पर नील आर्मस्ट्रांग के हस्ताक्षर भी हैं, करीब डेढ़ लाख डालर (करीब 67 लाख रूपये) में नीलाम हुआ। इस पन्ने पर लिखा था- "एक शख्स का छोटा सा कदम, इंसानियत के लिए एक बड़ी छलांग।" यह पेज बोनहम्स नीलामी घर, न्यूयार्क में बेचा गया।
इस पन्ने पर लिखे शब्द नील आर्मस्ट्रांग ने तब कहे थे जब 20 जुलाई 1969 को अपोलो-11 में बैठकर उन्होंने चंद्रमा की यात्रा तय की थी और चंद्रमा पर पहला कदम रखने वाले शख्स का गौरव हासिल किया था। नील आर्मस्ट्रांग ने पेज पर अपने दस्तखत कर इसे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के लोक सूचना कार्यालय के प्रमुख को दे दिया था। उन्होंने नासा के अधिकारी को यह पन्ना उस वक्त दिया था जब धरती पर लौटने पर जॉन्सन अंतरिक्ष केंद्र में उनका इलाज किया जा रहा था। वाकई वक़्त बिताने के साथ चीजें कितनी मूल्यवान हो जाती हैं, इसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है. आज विज्ञानं भले ही कितने आगे पहुँच गया हो पर धरोहरों को सुरक्षित रखने में ही सृष्टि की भलाई है !!


19 टिप्‍पणियां:

सुरेश यादव ने कहा…

कृष्ण कुमार जी आप खूब लिख रहे हैं और विभिन्न विषयों पर लिख रहे हैबहुआयामी प्रतिभा का परिचायक है.यहाँ जिस धरोहर की बात की है वह हर मूल्य से ऊपर है .आखिर धरोहर ही तो होती है जो आदमी को वैसा ही अहसास कराती है पेड़ को जैसा अहसास उसकी जड़ें कराती हैं.बधाई.

ज़मीर ने कहा…

Ek achi aur gyanwardhak jaankaari mili.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

बेहतरीन जानकारी..आभार.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

बेहतरीन जानकारी..आभार.

KK Yadav ने कहा…

@ सुरेश जी,
आपकी हौसला अफजाई के लिए आभार. यहाँ आते रहें.

बेनामी ने कहा…

काश हम भी उस बहुमूल्य कागज को देख पाते...उम्दा जानकारी.

Akanksha Yadav ने कहा…

वाकई ये तो लाजवाब धरोहर है. इससे आने वाली पीढ़ियों को भी अच्छा सन्देश मिलेगा.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

धरोहरों को सहेजने का अनुपम प्रयास..

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

अच्छी जानकारी है. यह तो बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

मैं भी चाँद को रोज देखती हूँ...

KK Yadav ने कहा…

आप सभी लोगों का आभार. देखकर अच्छा लगता है कि आप सभी को यह पोस्ट पसंद आई.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

काश हम भी इसे निहार पाते..

Shyama ने कहा…

बताइए इस दुनिया में कितने धनवान लोग हैं....

S R Bharti ने कहा…

हमने भी कहीं पढ़ा था. यहाँ फिर से पढना सुखद लगा.

Bhanwar Singh ने कहा…

Interesting...!!

Shahroz ने कहा…

चाँद की कहानियों के बीच यह खुबसूरत पोस्ट शानदार लगी..बधाई.

raghav ने कहा…

चंदा मामा की तो बात ही निराली है.

मन-मयूर ने कहा…

ये भी खूब रही...रोचक व दिलचस्प बात.

शरद कुमार ने कहा…

वाकई ये तो लाजवाब धरोहर है. इससे आने वाली पीढ़ियों को भी अच्छा सन्देश मिलेगा.