समर्थक / Followers

मंगलवार, 13 जून 2023

इंटरनेट और सोशल मीडिया के दौर में भी पुस्तकालयों की अहम भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

पुस्तकालय सिर्फ किताबों और पत्र-पत्रिकाओं के संग्रहण व अध्ययन का जरिया मात्र नहीं हैं, बल्कि इनके माध्यम से देश की सभ्यता, संस्कृति, विरासत, संस्कार  आगामी पीढ़ियों तक पहुँचते हैं। पुस्तकालय सभ्य समाज की पहचान होते हैं। इंटरनेट व सोशल मीडिया के इस दौर में विविध प्रकार के ज्ञान, सूचनाओं, स्रोतों, आदि के प्रमाणीकरण में भी पुस्तकालयों की अहम् भूमिका है। उक्त विचार वरिष्ठ साहित्यकार एवं वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने नव भारत निर्माण समिति के तत्वावधान में 10 जून, 2023 को आयोजित ऋषिव वैदिक अनुसंधान, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, सुद्धिपुर, वाराणसी में मां सरस्वती पुस्तकालय का उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। 

इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बीएचयू वाराणसी में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अपर्णा सिंह की पुस्तक "दि पैन मॉडल ऑफ़ एस्योर्ड कैरियर प्रेडिक्शन्स" का विमोचन भी किया, वहीं कवि सम्मेलन में भागीदार युवा कवियों आयुष कश्यप, आशीष द्विवेदी, रमाकान्त, अंश ग़ाफ़िल, सुधांशु रघुवंशी कुटज, नीरज नीर को सम्मानित भी किया। 



    

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि समाज और राष्ट्र की दशा व दिशा के निर्धारण में पुस्तकालयों की अहम भूमिका है। किताबें सबसे अच्छी मित्र और धरोहर होती हैं। शोध और नवाचार में पुस्तकालयों की अहम् भूमिका है। पुस्तकालय स्वयं में ज्ञान मन्दिर हैं जहाँ स्वयं देवी सरस्वती विराजमान होती हैं, तभी तो मनुष्य यहाँ  ज्ञान रुपी धन को पाकर जीवन के अज्ञान रुपी अँधेरे को दूर कर पाता है। आज प्रिंटेड पुस्तकों के साथ-साथ ई-बुक्स और डिजिटल बुक्स का भी दायरा बढ़ रहा है। ऐसे में आजादी के अमृत काल के बजट में देश में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी खोलने की घोषणा भी की गई है। 




श्री यादव ने मां सरस्वती पुस्तकालय के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पुस्तकालय अनुसंधान, सूचना, ज्ञान और पढ़ने की खुशी के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे अध्ययन-अध्यापन में रूचि रखने वालों के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों, गरीब बच्चों और शोधार्थियों को काफी मदद मिलेगी। 

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष  श्री केडी सिंह ने कहा कि पुस्तकें मार्गदर्शक होती हैं और पुस्तकालय ज्ञान के अमूल्य भंडार होते हैं। पुस्तकों के माध्यम से जीवन के विविध आयामों को  समझा जा सकता है। पुस्तकालय हमें बुरी आदतों से बचाकर अच्छा नागरिक बनाते हैं।  

नव भारत निर्माण समिति के संयोजक श्री बृजेश सिंह ने कहा कि पुस्तकालय हमारे सामाजिक और शैक्षिक जीवन का एक अहम स्थान हैं। युवाओं को पुस्तकालयों की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता है और मां सरस्वती पुस्तकालय इस ओर पहल करके अहम भूमिका निभाएगा। 

इस अवसर पर नव भारत निर्माण समिति के संयोजक बृजेश सिंह, सचिव प्रमोद पांडेय, डॉ. शिव शक्ति प्रसाद द्विवेदी, पंडित देवशीष डे (संस्थापक शिल्पायन), कंचन सिंह परिहार (पुस्तकालयाध्यक्ष राजकीय पुस्तकालय वाराणसी), डाॅ भावना श्रीवास्तव (लेखाधिकारी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा निदेशालय), आचार्य नवनीत त्रिपाठी, शिखा सिंह, अंबरीश ठाकुर, दान बहादुर सिंह, आचार्य नवनीत त्रिपाठी, सुभाशीष चटर्जी, रमेश सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह सहित तमाम शिक्षाविद व बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।










पुस्तकालयों के माध्यम से देश की सभ्यता, संस्कृति, विरासत आगामी पीढ़ियों तक पहुँचती है-  पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने ऋषिव वैदिक अनुसंधान, वाराणसी में मां सरस्वती पुस्तकालय का किया उद्घाटन 

इंटरनेट और सोशल मीडिया के दौर में भी पुस्तकालयों की अहम् भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

समाज और राष्ट्र की दशा व दिशा के निर्धारण में पुस्तकालयों की अहम भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव


मंगलवार, 9 मई 2023

Navodaya Vidyalaya Samiti Lucknow द्वारा आयोजित क्षेत्रीय एल्मुनी मीट में पुराने दिनों को याद कर रोमांचित हुए नवोदयन्स

लखनऊ। नवोदय विद्यालय समिति के तत्त्वावधान में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य की क्षेत्रीय एल्मुनी मीट -2023 का आयोजन लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया। विभिन्न नवोदय विद्यालयों के पुरा विद्यार्थियों ने जहाँ अपने यादगार अनुभव साझा किये वहीं नवोदय विद्यालय की प्रगति के विभिन्न आयामों पर भी चर्चा हुई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का मन मोहा। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और नवोदय विद्यालय के प्रार्थना गीत से हुआ। 














मुख्य अतिथि के रूप में नवोदय विद्यालय समिति के संयुक्त आयुक्त ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि यह गर्व की बात है कि नवोदय के विद्यार्थी आज देश-दुनिया में महत्वपूर्ण पदों पर हैं। अप्रैल, 1986 में दो नवोदय विद्यालयों से आरंभ हुआ यह सफर आज 649 तक पहुँच चुका है। बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी नवोदयन्स सदैव से अव्वल रहे हैं। नवोदय शिक्षक सेवा भाव से कार्य करते हुए  भारत के सुनहरे भविष्य को गढ़ने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विभिन्न नवोदय विद्यालयों के पुरा विद्यार्थियों का डाटा बेस तैयार करने हेतु एक पोर्टल भी लांच किया। उन्होंने बताया कहा कि वर्ष 2020 में यूपीएससी द्वारा सिविल सेवाओं में 27 और 2021 में 28 नवोदयी विद्यार्थी चयनित हुए।

नवोदय विद्यालय, बरेली के पुरा छात्र और संप्रति लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि हमारे व्यक्तित्व और कैरियर के निर्माण में नवोदय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। यदि मैं नवोदय में नहीं रहता तो शायद ही यहाँ तक पहुँच पाता। ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने में नवोदय का अहम योगदान है। 

नवोदय विद्यालय, आज़मगढ़ के पुरा छात्र और संप्रति वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आज नवोदय एक ब्रांड बन चुका है। सिविल सेवाओं, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, सैन्य सेवाओं से लेकर विभिन्न प्रोफेशनल सेवाओं, बिजनेस और सामाजिक सेवाओं में नवोदयन्स पूरे भारत ही नहीं वरन पूरी दुनिया में अपना अलग मुकाम बना रहे हैं। नवोदय में न कोई जाति है, न कोई संप्रदाय है, नवोदय में सिर्फ नवोदयन्स होने की राष्ट्रीय भावना है। 


चीफ इंजीनियर बीएलडब्लू रणविजय वर्मा ने कहा कि नवोदय ने हम सभी को जीने का एक नया तरीका सिखाया। भारतीय रेलवे लेखा सेवा के अधिकारी स्वामी प्रकाश पांडे ने नवोदय में विविधता में एकता भावना को रेखांकित किया, वहीं शिक्षा अधिकारी रामचंद्र सिद्धार्थ ने समकालीन समाज में नवोदयी शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। कवि दान बहादुर सिंह ने काव्य पाठ से भावनाएँ व्यक्त की। 






















कार्यक्रम का संयोजन नवोदय विद्यालय समिति लखनऊ संभाग के उपायुक्त एस के माहेश्वरी, सहायक आयुक्त जनार्दन उपाध्याय, सोमवीर पुनिया, अर्चना सिंह, एसपी शाक्य, पुरा विद्यार्थियों में रामचंद्र, अनिल दीप आनंद, वेद प्रकाश राय, नित्या वर्मा, हरिशंकर गुप्ता, प्रज्ञा पांडे, डॉ.राजश्री, राजबहादुर, डॉ.नरेंद्र, केशवराम, कौशलेंद्र मौर्य,अत्येन्द्र के द्वारा किया गया। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक रईस अख्तर, प्रो. अवनीश, प्रो. वीरेंद्र प्रसाद, प्रो. तूलिका साहू, शिव नारायण पाठक, इं.संदीप जायसवाल, असिस्टेंट पोस्टमास्टर जनरल शशि कुमार उत्तम, डॉ. राजवीर, नवोदय वर्ल्डवाइड के संस्थापक सीताराम नारनोलिया, नवोदय केसरी के सम्पादक प्रशांत शुक्ला सहित तमाम  लोग उपस्थित रहे।