समर्थक / Followers

मंगलवार, 21 मई 2024

Tribute to the Founder of JNV's : राजीव गाँधी और नवोदय विद्यालय

आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि है। जवाहर नवोदय विद्यालय बनाने के लिए हम नवोदय के लोग राजीव गाँधी जी के सदैव आभारी रहेंगे। वे हमेशा एक ऐसे विजनरी प्रधानमंत्री के रूप में याद किये जायेंगे, जिन्होंने इस देश को समर्पित शिक्षा का उत्कृष्ट मॉडल जवाहर नवोदय विद्यालय दिया। ग्रामीण क्षेत्रों की तमाम प्रतिभाओं को इन नवोदय विद्यालय में न सिर्फ निःशुल्क शिक्षा दी गई, बल्कि हॉस्टल से लेकर रोजमर्रा तक की चीजें निःशुल्क थीं। बस एक ध्येय था कि नवोदय में पढ़े ये बच्चे एक दिन अपनी प्रतिभा से समाज और राष्ट्र को ऊँचाइयों पर ले जाएँगे और समाज ने उन पर जो खर्च किया है, उसका अवदान देंगे। आज भी नवोदय विद्यालय अपनी उसी गरिमा के साथ संचालित हैं। देश-दुनिया में नवोदय से पढ़कर निकले लाखों विद्यार्थी आज समाज व राष्ट्र को नया मुकाम दे रहे हैं। अधिकतर ग्रामीण पृष्ठभूमि के ये विद्यार्थी आज जिन ऊँचाइयों पर हैं, उसका श्रेय नवोदय की नव उदय की उस भावना को जाता है, जहाँ जात-पात, धर्म, अमीर-गरीब, शहरी-ग्रामीण जैसे तमाम विभेद भूलकर सब सिर्फ एक सकारात्मक सोच के साथ नए पथ पर अग्रसर होते हैं। आज उस सोच को सलाम करते हुए हम तमाम नवोदयन्स की तरफ से राजीव गाँधी जी की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण स्मरण और नमन।

राजीव गांधी जी की उम्र 47 साल थी जब उनकी हत्या हुई और वे मात्र 40 साल के थे जब प्रधानमंत्री बने। हम सब नवोदयन्स राजीव गांधी के ऋणी हैं, ऐसे कई लोग हैं जिनके जीवन और कैरियर में नवोदय का बहुत बड़ा योगदान है। अगर नवोदय विद्यालय न होता तो आज वे वो ओहदा, वो रुतबा, वो सफलता हासिल ही न कर पाते जहां वे आज हैं।

1984 में राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री बने और 1985 में उन्होंने इस देश के ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली बच्चों को एक उच्च कोटि की शिक्षा मिल सके इस इरादे से नवोदय विद्यालय की नींव रखी....जरा गौर कीजिएगा कि कितनी बेहतरीन व्यवस्था की थी उन्होंने-

- एक जिले में से 6th standard से 80 बच्चों को प्रवेश परीक्षा से चयनित किया जाएगा और बारहवीं तक मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी। 

- उन 80 में से 75 फीसदी सीटें ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए रिजर्व होंगी, ऐसा इसलिए कि अगर ऐसा न होता तो ग्रामीण इलाकों से कम ही लोग Qualify कर पाते।

- इन चयनित बच्चों को राजीव गांधी जिस दून स्कूल में पढ़े थे, ऐसे बोर्डिंग स्कूल में निःशुल्क पढ़ाया जाएगा।

- निःशुल्क माने  सरकार उनको अगले 6 साल के लिए गोद लेगी, भोजन, पढ़ाई, रहना, कपड़ा सब फ्री।

- यहां तक कि टूथ ब्रश, साबुन, हेयर आयल.... सब कुछ फ्री...मानो वे सरकार के बेटे-बेटियाँ हैं।

-पढ़ाई, खेल-कूद, विज्ञान, कला-संस्कृति आदि सब की ट्रेनिंग दी जाती है।

- 9th Standard में Migration होता है जिसके तहत बच्चों को उस राज्य से बाहर किसी और स्कूल में Migrate किया जाता है, ताकि बच्चे अन्य राज्यों की संस्कृति और रहन-सहन को जानें एवं  देश में एकता बढ़े।

- जाति, धर्म, पैसा रसूख के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता, सब को एक नजर से देख जाता है।

- आज देश में 650 से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं, सभी लगभग एक जैसे ही। 

- अब तक 15 लाख से ज्यादा लोग इससे पास आउट हैं। 

- हर वर्ष करीब 400 से ऊपर नवोदयन बच्चे  #IIT के लिए Qualify हो रहे हैं। 

एक अच्छा विचार, एक Innocent Politician ने कैसे लागू किया ये नवोदय विद्यालय एक श्रेष्ठ उदाहरण है इस बात का...

राजीव गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर हर नवोदयन की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि। नमन !!

कोई टिप्पणी नहीं: