नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुए 'अंतर्राष्ट्रीय ब्लागर सम्मेलन' को प्रिंट-मीडिया ने भी हाथों-हाथ लिया। ब्लॉग को न्यू मीडिया के विकल्प रूप में नागरिक-पत्रकारिता का पर्याय माना जाता है, पर सच्चाई यही है कि कोई भी एक मीडिया अपने में अधूरा है। आपस में बिना सामंजस्य के मीडिया अग्रगामी नहीं हो सकता। यही कारण है कि कभी अखबारी सुर्खियाँ फेसबुक और ब्लॉग पर छाती हैं तो कभी ब्लॉग जगत अख़बारों की सुर्खियाँ बनता है।
'द पायनियर',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : इलाहाबाद के ब्लॉगर दम्पति का नेपाल में सम्मान। डाक निदेशक केके यादव एवं उनकी पत्नी आकांक्षा को स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्मानित।
चर्चा में : ब्लॉगर दम्पति का नेपाल में सम्मान। काठमांडू में आयोजित ब्लॉगर सम्मलेन में कृष्ण कुमार यादव और आकांक्षा यादव सम्मानित। (साभार : अमर उजाला, इलाहाबाद, 19 सितम्बर 2013)
'पंजाब केसरी',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : केके और उनकी पत्नी को मिला सम्मान।
'श्री टाइम्स',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : प्रयाग के ब्लॉगर दम्पति डाक निदेशक को नेपाल में मिला सम्मान।
'हिन्दुस्तान',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : कृष्ण कुमार यादव को मिला परिकल्पना साहित्य सम्मान।
'स्वतंत्र चेतना',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : डाक निदेशक केके यादव व आकांक्षा को नेपाल में मिला सम्मान।
'अमर उजाला काम्पैक्ट',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : डाक निदेशक केके यादव आकांक्षा सम्मानित ।
'दैनिक जागरण',19 सितम्बर 2013 में चर्चा : जिले के दम्पति को मिला ब्लॉग विभूषण सम्मान।
'अमर उजाला', जौनपुर 19 सितम्बर 2013 में चर्चा : डाक निदेशक को ब्लॉग विभूषण सम्मान।
प्रयाग में हुआ हिंदी ब्लागर्स का जमावड़ा : काठमांडू में अंतर्राष्ट्रीय ब्लागर सम्मेलन के बाद इलाहाबाद में भी हिंदी ब्लागर्स का जमावड़ा हुआ। दरअसल हुआ यूँ कि काठमांडू से लौटते हुए गिरीश पंकज जी, बी एस पाबला जी और ललित शर्मा जी हमारे मेहमान बनकर रुके और फिर उन्होंने महफूज अली को भी बुला लिया ....फिर क्या था, खबर तो बननी ही थी और बन भी गई। इसमें तमाम ब्लागर्स का जिक्र है। (जनसंदेश टाइम्स, 17 सितम्बर 2013 इलाहाबाद संस्करण के पेज संख्या 5 पर आप भी देख-पढ़ सकते हैं।)
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