आज सभी लोग संकल्प लेंगें कि कभी भी किसी पेड़-पौधे को नुकसान नहीं पहुँचायेंगे, पर्यावरण की रक्षा करेंगे, अपने चारों तरफ खूब सारे पौधे लगायेंगे और उनकी नियमित देख-रेख भी करेंगे. विश्व पृथ्वी दिवस पर शुभकामनायें.
भैया, अब तक तो बहुत सारे ई सुना था, अब ये ई-पार्क पहली बार सुन रहा हूँ. आपकी ताका-झांकी पर प्रकाशित कविता ई-पार्क अभी भले ही काल्पनिक लगे, पर आने वाले दिनों की सच्चाई तो यही है.
17 टिप्पणियां:
k yadavji there is same need of humnisation of nature and naturalisation of man by monish raza former prof. j n u bahut achcha prayas hai aapaka
wow !!!!!!!!
bahut khub
shkehar kumawat
बहुत सुंदर जी
विश्व पृथ्वी दिवस पर सुन्दर सन्देश देती पोस्ट..हार्दिक बधाई !!
बेहतरीन लिखा..विश्व पृथ्वी दिवस पर शुभकामनायें.
पृथ्वी दिवस पर सुन्दर सन्देश देता प्यारा बाल-गीत. वाकई इस ओर सोचने की जरुरत है.
आज सभी लोग संकल्प लेंगें कि कभी भी किसी पेड़-पौधे को नुकसान नहीं पहुँचायेंगे, पर्यावरण की रक्षा करेंगे, अपने चारों तरफ खूब सारे पौधे लगायेंगे और उनकी नियमित देख-रेख भी करेंगे. विश्व पृथ्वी दिवस पर शुभकामनायें.
कविता तो शानदार है..बधाई.
भैया, अब तक तो बहुत सारे ई सुना था, अब ये ई-पार्क पहली बार सुन रहा हूँ. आपकी ताका-झांकी पर प्रकाशित कविता ई-पार्क अभी भले ही काल्पनिक लगे, पर आने वाले दिनों की सच्चाई तो यही है.
आपका बाल-गीत भी गुनगुना रहा हूँ...
करते हैं जीवन का पोषण
नहीं करो तुम इनका शोषण
धरती पर होगी हरियाली
तो सारे जग की खुशहाली।
....बहुत सुन्दर पंक्तियाँ. सार्थक सन्देश. पृथ्वी दिवस की बधाई.
उम्दा प्रस्तुति. बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी सन्देश देती बाल-कविता. विश्व पृथ्वी दिवस पर शुभकामनायें.
पुरखों सी पेड़ों की छाया,
शीतल कर दे जलती काया.
***विश्व पृथ्वी दिवस पर खूब पौधे लगायें और धरती को सुन्दर व स्वच्छ बनायें***
बहुत सुकून देती है आपकी यह बाल कविता. सुन्दर भाव, प्रबल सन्देश.हार्दिक बधाई !!
Bahut pyari si kavita ke dwara sandesh diya..achha laga.
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
तुम तैश में आकर जो इन्हें काट रहे हो,
जब सर पे धूप होगी शज़र याद आएंगे।
आज विश्व पृथ्वी दिवस है ****
"समुद्रवसने देवी पर्वतस्तनमण्डले !
विष्णुपत्नी नमस्तुभ्यं पादस्पर्शम् क्षमस्व मे !!
माँ मेदनी को नमन *** !!
सार्थक सन्देश देती रचना ।
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