स्मार्टफोन अब वाकई स्मार्ट हो गया है। अमेरिका में शोधकर्ताओं ने एक ऐसा स्मार्टफोन विकसित किया है, जो किसी बायो सेंसर की तरह शरीर में विषाक्त पदार्थो का पता लगाएगा।
स्मार्टफोन में लगा कैमरा शरीर में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस और दूसरे मॉलिक्यूल्स का पता लगा सकता है। यह तकनीक चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत ही सस्ती और आसान डायग्नोसिस प्रक्रिया उपलब्ध करा सकती है। स्मार्टफोन का ढांचा और इसमें इस्तेमाल की गई एप्लीकेशन बायो सेंसिटिव क्षमता वाली हैं, जिसे फोन के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम [जीपीएस] से जोड़ दिया गया है। इससे बैक्टीरिया के फैलने का नक्शा मिल जाता है। बायो सेंसर के बीच एक फोटोनिक क्रिस्टल लगा है।
यह फोटोनिक क्रिस्टल एक तरह का शीशा है, जो प्रकाश की एक तरंगदैर्ध्य को अपने में से गुजरने देता है। जैसे ही प्रोटीन, कोशिका, बैक्टीरिया या डीएनए जैसे जैविक तत्व फोनेटिक क्रिस्टल से चिपकते हैं, तो इसमें से निकलने वाली छोटी तरंगदैर्ध्य लंबी हो जाती है। इस पूरे परीक्षण में कुछ मिनटों का समय लगेगा। यह अध्ययन पिछले साल 'लैब ऑन ए चिप' नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
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