आज भारतीय नव-वर्ष, नव-संवत्सर विक्रमी सम्वत 2067 का आरंभ हो रहा है। इस दिन से बहुत सारी घटनाएँ जुडी हुई हैं. इस रूप में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. चैत्री नवरात्रारंभ भी आज से ही है. हर तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ. इन खुशियों के बीच, भाग-दौड़ की जिंदगी में कुछ पल अपने लिए भी निकालें औए इस पर विचार करें-
1 दोस्ती करें, फूलों से ताकि जीवन-बगिया महकती रहे।
2 दोस्ती करें, पक्षियों से ताकि जिन्दगी चहकती रहे।
3 दोस्ती करें, रंगों से ताकि दुनिया रंगीन हो जाए।
4 दोस्ती करें, कलम से ताकि सुन्दर वाक्यों का सृजन होता रहे।
5 दोस्ती करें, पुस्तकों से ताकि शब्द-संसार में वृद्धि होती रहे।
6 दोस्ती करें,ईश्वर से ताकि संकट की घड़ी में वह हमारे काम आए।
7 दोस्ती करें, अपने आप से ताकि जीवन में कोई विश्वासघात ना कर सके।
8 दोस्ती करें, अपने माता-पिता से क्योंकि दुनिया में उनसे बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं।
9 दोस्ती करें, अपने गुरु से ताकि उनका मार्गदर्शन आपको भटकने ना दें।
10 दोस्ती करें, अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सकें।
!! भारतीय नववर्ष विक्रमी सम्वत 2067 और चैत्री नवरात्रारंभ पर हार्दिक मंगलकामनाएं !!
11 टिप्पणियां:
सुन्दर सन्देश... भारतीय नववर्ष विक्रमी सम्वत 2067 और चैत्री नवरात्रारंभ पर हार्दिक मंगलकामनाएं.
बहुत सुन्दर लिखा आपने. सार्थक सन्देश.
हर तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ. इन खुशियों के बीच, भाग-दौड़ की जिंदगी में कुछ पल अपने लिए भी निकालें औए इस पर विचार करें....Behatrin !!
हर तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ. इन खुशियों के बीच, भाग-दौड़ की जिंदगी में कुछ पल अपने लिए भी निकालें औए इस पर विचार करें....Behatrin !!
मन के सुन्दर मनोभावों की खूबसूरत अभिव्यक्ति..बधाई.
सुन्दर सोच..अद्भुत कल्पनाशीलता.
महोदय
" दोस्ती करें " कविता बहुत ही सार्थक और भाव पूर्ण है
सुन्दर सोच..अद्भुत कल्पनाशीलता.
Sarthak soch ka sandesh. apnane ki jarurat hai.
अतिसुन्दर. दिल प्रसन्न हो गया.
दोस्ती करें, अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सकें...Bahut khub.
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