
नए वस्त्र नया श्रृंगार और लजीज पकवानों के बीच होली पर्व मनाने का एक मनोवैज्ञानिक कारण भी गिनाया जाता है कि यह पर्व के बहाने समाज एवं व्यक्तियों के अन्दर से कुप्रवृत्तियों एवं गन्दगी को बाहर निकालने का माध्यम है। होली पर खेले गए रंग गन्दगी के नहीं बल्कि इस विचार के प्रतीक हैं कि इन रंगों के धुलने के साथ-साथ व्यक्ति अपने राग-द्वेष भी धो दे। यही कारण है कि रंगों को धुलने के बाद लोग मस्ती में फगुआ गाते हैं और एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर भाइचारे का प्रदर्षन करते हैं। वर्तमान परिवेश में जरुरत है कि इस पवित्र त्यौहार पर आडम्बर की बजाय इसके पीछे छुपे हुए संस्कारों और जीवन मूल्यों को अहमियत दी जाए तभी व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र सभी का कल्याण सम्भव होगा।
!! होली-पर्व पर शुभकामनायें !!
12 टिप्पणियां:
होली की हार्दिक शुभकामनायें।
जब फागुन रँग झमकते हो तब देख बहारेँ होली की |
गुलजार खिले हो परियोँ के और मजलिस की तैयारी हो |
कपड़ो पर रँग के छीटोँ से खुश रँग अजब गुलकारी हो |
मुँह लाल, गुलाबी आँखे हो और हाथोँ मेँ पिचकारी हो |
उस रँग भरी पिचकारी को अँगिया पर तक कर मारी हो |
सीनो से रँग ढलकतेँ हो तब देख बहारेँ होली की . -"नजीर अकबराबादी"
होली की रंगारंग शुभकामनाए
होली की संस्कृति को सुन्दर शब्दों में उकेरा..अच्छी पोस्ट रही..बधाई.
Sarthak wa prabhavi post.
रंग-बिरंगी होली की मनभावन शुभकामनायें !!
रंगपर्व की हार्दिक शुभकामनायें
होली की हार्दिक शुभकामनाएं ...
बहुत बढ़िया लिखा है!
होली की शुभकामनाएँ!
प्रेरक पोस्ट ...मनभावन !! एक बार पुन: सभी को सपरिवार व इष्टमित्रों सहित होली की ढेरों शुभकामनायें !!
इक शुभकामना हमारी भी, भले ही देर से.
होली की शुभकामनाएँ..............
होली पर पर शुभकामनाएँ आलेख मन को अतीत मेँ झाँकने को विवश कर रहा है।
एक टिप्पणी भेजें