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सोमवार, 10 अगस्त 2009

जन्मदिन का फंडा

ये जन्मदिन भी बड़ी अजीब चीज है। समझ में नहीं आता लोग जीवन के एक साल खत्म होने का जश्न मना रहे हैं या एक साल ठीक-ठाक कट जाने का। जब हम स्कूल के दिनों में थे तो साथियों को टाफियां बांटकर जन्म दिन मनाया करते थे। कई बार स्कूल की प्रातः सभा में यह ऐलान भी किया जाता कि आज फलां का जन्मदिन है। कई दोस्त तो सरप्राइज देने के लिए अपने हाथों से बना ग्रीटिंग कार्ड भी सामूहिक रूप से देते थे। जब हम नवोदय विद्यालय, आजमगढ़ में पढ़ते थे तो कुछ ऐसे ही बर्थडे मनाते थे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए आये तो बर्थडे का मतलब होता-किसी थियेटर में जाकर बढ़िया फिल्म देखना और शाम को मित्रों के साथ जमकर चिकन-करी खाना। हर मित्र इन्तजार करता कि कब किसी का बर्थडे आये और उसे बकरा बनाया जाय। बर्थडे केक जैसी चीजें तो एक औपचारिकता मात्र होती। ऐसे दोस्त-यार बड़ी काम की चीज होते, जिनकी कोई गर्लफ्रेन्ड होती। ऐसे लोग बर्थडे की शोभा बढ़ाने के लिए जरूर बुलाये जाते। वो बन्धुवर तो हफ्तेभर पहले से ही दोस्तों को समझाता कि यार ध्यान रखना अपनी गर्लफ्रेण्ड के साथ आ रहा हूँ। मेरी इज्जत का जनाजा न निकालना। कुछ भी हो उन बर्थडे का अपना अलग ही मजा था।


जब सरकारी सेवा में आया तो बर्थडे का मतलब भी बदलता गया। बर्थडे बकायदा एक त्यौहार हो गया और उसी के साथ नये-नये शगल भी पालते गये। बर्थडे केक, रंग-बिरंगे गुब्बारे, खूबसूरत और मंहगे गिफ्ट, किसी फाइव स्टार होटल का लजीज डिनर और इन सबके बीच सुन्दर परिधानों मे सजा हु व्यक्तित्व...कब जीवन का अंग बन गया, पता ही नहीं चला। पहले कभी किसी मित्र या रिश्तेदार का जन्मदिन पर भेजा हुआ ग्रीटिंग कार्ड मिलता था तो बड़ी आत्मीयता महसूस होती थी, पर अब तो सुबह से ही एस0एम0एस0, ई-मेल, आरकुटिंग स्क्रैप्स की बौछार आ जाती है। कई लोग तो एक ही मैसेज स्थाई रूप से सेव किये रहते हैं, और ज्यों ही किसी का बर्थडे आया उसे फारवर्ड कर दिया। कभी एक अदद गुलाब ही बर्थडे के लिए काफी था पर अब तो फूलों का पूरा गुच्छा अर्थात बुके का जमाना है। अगली सुबह जब इन बुके को देखिये तो उनका मुरझाया चेहरा देखकर पिछला दिन याद आता है कि कितनी दिल्लगी से ये हमारी सेवा में प्रस्तुत किये गये थे। तो चलिए इस बार इतना ही...मैं भी तैयार होता हूँ अपना बर्थडे सेलिब्रेट करने के लिए।

22 टिप्‍पणियां:

Shyama ने कहा…

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये
आप इसी तरह स्वस्थ जीवन जीते रहे और सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते रहे ...
इश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करे ऐसी मेरी कामना है |

बेनामी ने कहा…

सुहृदय, मिलनसार और साहित्य प्रेमी
सबसे अन्तर्मन से वह जुड़ जाते हैं
एक बार जब बने निकटता आपसे
सब जन के.के. जी के सादर गुण गाते हैं !!
....जन्म-दिन की हार्दिक बधाई !!

Bhanwar Singh ने कहा…

कृष्ण कुमार जी को जन्म-दिन की हार्दिक शुभकामनायें.

Bhanwar Singh ने कहा…

कृष्ण कुमार जी को जन्म-दिन की हार्दिक शुभकामनायें

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

तुम जिओ हज़ारों साल...
साल के दिन हों पचास हज़ार
Happy Birthday KK Sir.

Unknown ने कहा…

कृष्णकुमार यादव जी को जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!

Unknown ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Amit Kumar Yadav ने कहा…

फोटो बड़ी मजेदार लगा रखी है...बहुत क्यूट लग रहे हैं...जन्मदिन मुबारक.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

संस्मरणात्मक जन्म-दिन...बहुत खूब. पुराने दिनों की याद ताजा हो गई.

Akanksha Yadav ने कहा…

हम कृष्णकुमार यादव जी के स्वस्थ, दीर्घायु, समृद्ध एवं यशस्वी जीवन की कामना करते हैं और जन्म-दिन की ढेरों शुभकामनायें देते हैं !!

S R Bharti ने कहा…

जन्मदिन पर बहुत बहुत बधाइयाँ।

शरद कुमार ने कहा…

Happy Birthday sir.

मन-मयूर ने कहा…

वो चिकन का खाना
वो दारू से नहाना
फिर गाना गाना
याद आता है वो जमाना.
...जन्मदिवस मुबारक हो जनाब कृष्ण कुमार को .

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

Khubsurat jajba...janmdin mubarak ho.

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

कृष्ण कुमार यादव जी की रचनाएँ अक्सर पढता रहता हूँ, आप एक विद्वान और यशस्वी रचनाकार है. प्रभु आपको ऊंचाई दे. जन्म दिन की कोटिश: शुभकामनायें !!

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

जन्म दिन पर ढेरों बधाई !!

डॉ टी एस दराल ने कहा…

जन्मदिन की ढेरों बधाई. बिना भूत भविष्य का विश्लेषण किये इस पल को एन्जॉय कीजिये. जन्मदिन की मिठास तो बुढापे तक भी ख़त्म नहीं होती.

अनूप शुक्ल ने कहा…

जन्मदिन की शुभकामनायें।

मोहन वशिष्‍ठ ने कहा…

कृष्ण कुमार जी को जन्म-दिन की हार्दिक शुभकामनायें.

Prabhat Misra ने कहा…

HAPPY BIRTHDAY SIR.

Akanksha Yadav ने कहा…

"वन्देमातरम और मुस्लिम समाज" को देखें "शब्द-शिखर" की निगाह से...