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सोमवार, 6 फ़रवरी 2023

Kashi Varanasi Literary Festival : काशी-वाराणसी साहित्य महोत्सव


वाराणसी में पहली बार आयोजित हो रहे 'काशी-वाराणसी साहित्य महोत्सव' में शामिल हुआ। इस त्रिदिवसीय महोत्सव (3-5 फरवरी, 2023) का शुभारंभ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर धाम के कॉरिडोर सभागार में हुआ तो समापन मुंशी प्रेमचंद जी की जन्मस्थली लमही में। साहित्य तथा राजभाषा हिन्दी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान, समर्पण तथा उपलब्धि के लिए 'काशी साहित्य' सम्मान से विभूषित होने का सुअवसर मिला, वहीं देश के विभिन्न प्रांतों से आये साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों से संवाद कर सुखद अनिभूति हुई। 












महोत्सव के प्रधान संरक्षक एवं पूर्व सांसद (राज्यसभा) श्री रवींद्र किशोर सिन्हा, श्री काशी विश्वनाथ न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पाण्डेय, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रो. के.जी सुरेश, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया की कुलपति प्रो. कल्पलता पाण्डेय, केंद्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविद्यालय, सारनाथ के कुलपति प्रो. गेशे नवांग सामतेन, राज्यसभा सांसद श्रीमती सीमा द्विवेदी के अलावा पुराने परिचित साहित्यकारों में डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र, श्री कमलेश भट्ट कमल, श्री गिरीश पंकज, श्री ओम धीरज इत्यादि सहित तमाम विद्वतजनों और साहित्यकारों से रूबरू होने का सुअवसर प्राप्त हुआ। इस शानदार महोत्सव के सूत्रधार प्रो. राम मोहन पाठक रहे, जो कि नेहरू ग्राम भारती नामित विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई के पूर्व कुलपति भी रह चुके हैं !!





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