तिरंगे के प्रति सम्मान स्वाभाविक है, आखिर यह हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज है। हर कोई इसकी आन-बान पर न्यौछावर होने का जज्बा रखता है। पर शायद बहुत कम लोगों को ही पता हो कि हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन बनाने वाले पिंगलि वेंकय्या जी थे।
अगस्त माह में जब स्वतंत्रता दिवस के चलते चारों तरफ राष्ट्र भक्ति की गूंज सुनाई देती है। अख़बारों के पन्नों से लेकर सोशल मीडिया तक तिरंगे की फोटो लगाकर जयजयकार होती है, उसी माह में 15 अगस्त से ठीक तीन दिन पूर्व इसका डिजायन बनाने वाले पिंगलि वेंकय्या की जयंती (12 अगस्त) भी होती है। पर शायद ही हममें से कोई उन्हें याद करता है।
संसद के हंगामे और सोशल मीडिया पर फहराते तिरंगे के बीच काश कोई ऐसे महापुरुषों को भी याद करता, तो शायद यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती। अन्यथा वो पंक्तियाँ याद आती हैं -
सो गई लिपटकर.
तिरंगे के साथ अलमारी में!
देशभक्ति है.
तारीखों पर जागती है!