प्यारी पुस्तक, न्यारी पुस्तक
ज्ञानदायिनी प्यारी पुस्तक
कला-संस्कृति, लोकजीवन की
कहती है कहानी पुस्तक।
अच्छी-अच्छी बात बताती
संस्कारों का पाठ पढ़ाती
मान और सम्मान बड़ों का
सुन्दर सीख सिखाती पुस्तक।
सीधी-सच्ची राह दिखाती
ज्ञान पथ पर है ले जाती
कर्म और कर्तव्य हमारे
सद्गुण हमें सिखाती पुस्तक।
("विश्व पुस्तक दिवस" पर यह बाल कविता)
-- कृष्ण कुमार यादव--
5 टिप्पणियां:
बड़ी सुन्दर कविता है, पुस्तकों का महत्व है जीवन में।
पुस्तकों का महत्व बताती सुंदर बाल कविता ।
Bahut sundar aur prasangik kavita..badhai.
पुस्तकों से अच्छा मित्र कोई नहीं..सुन्दर कविता ..बधाई.
बिटिया पाखी का चित्र तो वाकई शानदार है..स्नेहाशीष.
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