मुझे तुम्हारी तलाश है
ढूँढता हूँ हर कहीं
इस छोर से उस छोर तक
उस छोर से इस छोर तक
कभी तुम्हें रिमझिम फुहारों में ढूँढा
कभी अठखेलियाँ करती बहारों में ढूँढा
पर नहीं मिला मुझे मेरे जीवन का बसंत
शायद तुम आसमां के चाँद बन गये
या मेरी रातों के ख्वाब बन गये
पर मैं आज भी वहीं हूँ
आवाज देता हूँ तुम्हें
दूर तलक आवाज जाकर लौट आती है
मैं फिर भी तुम्हें खोजता फिरूँगा
जब तक मेरा अखिरी मुकाम न आ जाय
पर एक आस है दिल में
अगर यहाँ नहीं, तो वहाँ जरूर मिलोगे।
17 टिप्पणियां:
मुझे तुम्हारी तलाश है
ढूँढता हूँ हर कहीं
इस छोर से उस छोर तक
उस छोर से इस छोर तक..
वाह...
उम्मीद है ये तलाश पूरी होगी....
हम इन्तज़ार करेंगे तेरा कमायत तक...
ज़ारी रखिये तलाश ..कभी तो पूरी होगी ...अच्छी रचना ..
जब तक मेरा अखिरी मुकाम न आ जाय
पर एक आस है दिल में
अगर यहाँ नहीं, तो वहाँ जरूर मिलोगे।
.....धुन के पक्के इंसान के लिए कुछ भी असंभव नहीं ..... तलाश सच्चे मन से हो तो जरुर पूरी होती है... सुन्दर रचना
जब तक मेरा अखिरी मुकाम न आ जाय
पर एक आस है दिल में
अगर यहाँ नहीं, तो वहाँ जरूर मिलोगे।
ummid zinda rahni chahiye............. bahoot hi khoobsurat sonch ke sath sunder kavita ummeed jagati hui...
खोजने से क्या नही मिलता। बस तलाश चलती रहे। शुभकामनायें।
आदरणीया कृष्ण कुमार यादव जी
शादी की सालगिरह के अवसर पर हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !
परमपिता परमात्मा आपके गृहस्थ जीवन को सदैव सुखमय बनाए रखे !
शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
....बेहद खूबसूरत प्रस्तुति...बधाइयाँ.
भाई कृष्ण कुमार जी,
आपको और आकांक्षा जी को शादी की छठवीं सालगिरह मुबारक हो और आपकी जोड़ी यूँ ही तरक्की के पथ पर अग्रसर हो. ढेरों शुभकामनायें.
अच्छी रचना
पर एक आस है दिल में
अगर यहाँ नहीं, तो वहाँ जरूर मिलोगे।
...भौतिक और पराभौतिक दोनों का सुख..उम्दा कविता..बधाई.
शादी की सालगिरह और बिटिया के जन्म दोनों की ढेरों शुभकामनाएं .
So Romantic Poem..Congts.
जीवन का नाम ही तलाश है...खूबसूरत कविता.
जीवन का नाम ही तलाश है...खूबसूरत कविता.
जब तक मेरा अखिरी मुकाम न आ जाय
पर एक आस है दिल में
अगर यहाँ नहीं, तो वहाँ जरूर मिलोगे।
_________________
उम्दा भाव..आशाओं पर ही दुनिया टिकी है.
अति सुन्दर कविता
कृष्ण क़ुमार यादव जी : आपको बधाई
एक टिप्पणी भेजें