गौरतलब है कि श्री कृष्ण कुमार यादव लोकप्रिय प्रशासक के साथ ही सामाजिक, साहित्यिक और समसामयिक मुद्दों से सम्बंधित विषयों पर प्रमुखता से लेखन करने वाले साहित्यकार, विचारक और ब्लॉगर भी हैं। देश-विदेश में विभिन्न प्रतिष्ठित सामाजिक-साहित्यिक संस्थाओं द्वारा आपको शताधिक सम्मान और मानद उपाधियाँ प्राप्त हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा ‘‘अवध सम्मान’’, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री केशरीनाथ त्रिपाठी द्वारा ‘‘साहित्य-सम्मान’’, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री शेखर दत्त द्वारा ‘‘विज्ञान परिषद शताब्दी सम्मान’’ से विभूषित आपको अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर्स सम्मेलन, नेपाल, भूटान और श्रीलंका में भी सम्मानित किया जा चुका है। विभागीय दायित्वों और हिन्दी के प्रचार-प्रसार के क्रम में अब तक श्री यादव लंदन, फ़्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, भूटान, श्रीलंका, नेपाल जैसे देशों की यात्रा कर चुके हैं। आपके परिवार को यह गौरव प्राप्त है कि साहित्य में तीन पीढ़ियाँ सक्रिय हैं। आपके पिताजी श्री राम शिव मूर्ति यादव के साथ-साथ आपकी पत्नी श्रीमती आकांक्षा भी चर्चित ब्लॉगर और साहित्यकार हैं, वहीं बड़ी बेटी अक्षिता (पाखी) अपनी उपलब्धियों हेतु भारत सरकार द्वारा सबसे कम उम्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हैं।
इस अवसर पर प्रो. गोपबन्धु मिश्र, पूर्व कुलपति श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय, गुजरात, प्रो. प्रेम नारायण सिंह, निदेशक, अन्तर विश्वविद्यालय, अध्यापक शिक्षा केन्द्र (बी.एच.यू.), वाराणसी, डॉ. नागेन्द्र सिंह, महामना मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान, श्री रमेश जायसवाल, विधायक, पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, सच की दस्तक पत्रिका के प्रधान सम्पादक श्री बृजेश कुमार सहित तमाम गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुभद्रा कुमारी तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री राकेश शर्मा ने किया।
लोकप्रिय प्रशासक के साथ ख़्याति प्राप्त साहित्यकार, विचारक और ब्लॉगर भी हैं कृष्ण कुमार यादव
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