वर्ष नव,
हर्ष नव,
जीवन उत्कर्ष नव।
लम्हा-लम्हा अंतत: एक साल और हमारी जिंदगी से गुजर गया। जिंदगी के बसंत में एक और बसंत जोड़कर 2014 का बीता साल हमें ना जाने कितनी अनगिनत यादें देकर छोड़ कर चला गया। लेकिन यह भी सही है कि वर्ष 2014 ने चलते-चलते हमें वर्ष 2015 के रूप में एक नया साथी भी दिया है, जिसके साथ हमें पूरे 365 दिन हंसते मुस्कुराते बिताने हैं। आइए पूरी गर्मजोशी से नव वर्ष 2015 का स्वागत करें ।
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