रविवार, 2 अगस्त 2015

त्यौहारों से भरपूर अगस्त माह

 हर माह की अपनी महत्ता है। अगस्त माह तो त्यौहारों से भरपूर है। प्रथम दिन से ही श्रावण माह के शुभारम्भ के साथ कजरी के बीच झूलों पर पड़ती पींगें हैं, भगवान शिव की आराधना है।  'फ्रेंडशिप-डे' के बहाने पुराने दोस्तों को याद करने और दोस्ती बढ़ाने की कवायद  है तो भाई-बहन के प्यार को बढ़ाता "रक्षा बंधन" भी इसी माह है। नन्द लाल कृष्ण के जन्मोत्सव "कृष्ण जन्माष्टमी" के बहाने फिर से लीलाएं होंगी, मटकियाँ फूटेंगीं और उन सबके बीच बहेगी आस्था की रसधार। प्रत्यूष पर्व की शुरुआत भी इसी माह में है।  आजादी का सबसे बड़ा पर्व "स्वतंत्रता दिवस" भी इसी माह उन तमाम नाम-अनाम शहीदों और महापुरुषों को याद करने का मौका होगा, जिनकी बदौलत हम आजाद हवाओं में सांसें ले रहे हैं। 

…… और हाँ, हमारे लिए यह माह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 10 अगस्त को हमारा जन्मदिन भी पड़ता है।  आप सभी को अगस्त माह की शुभकामनायें !! 


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