रविवार, 28 अक्टूबर 2012

'दैनिक जागरण' में 'शब्द-सृजन की ओर' का 'रावण'


'शब्द सृजन की ओर' पर 24 अक्तूबर, 2012 को प्रकाशित पोस्ट 'कब तक हम रावण के पुतले जलाते रहेंगे' को प्रतिष्ठित हिन्दी अख़बार दैनिक जागरण ने 25 अक्तूबर, 2012 को अपने राष्ट्रीय संसकरण में नियमित स्तंभ  'फिर से'  के तहत 'कब तक जलाते रहेंगें रावण के पुतले' शीर्षक से प्रकाशित किया है. दैनिक जागरण में पहली बार मेरी किसी ब्लॉग-पोस्ट की चर्चा हुई है ... आभार !
 
इससे पहले 'शब्द सृजन की ओर' पर प्रकाशित ब्लॉग की पोस्टों की चर्चा जनसत्ता, अमर उजाला, LN स्टार इत्यादि में हो चुकी है. मेरे दूसरे ब्लॉग 'डाकिया डाक लाया' ब्लॉग और इसकी प्रविष्टियों की चर्चा दैनिक हिंदुस्तान, जनसत्ता, राष्ट्रीय सहारा, राजस्थान पत्रिका, उदंती, LN STAR पत्र-पत्रिकाओं में हो चुकी है. इस प्रोत्साहन के लिए आप सभी का आभार !!
 

4 टिप्‍पणियां:

  1. k k yadav sahab aap yadadkul ke deepak hai
    aapka blog sabad srijan mre gharo me sabhi padhate hai
    neha pallvi somya ne apuwa ko janamdin ki subhkamna me ek bheji hai
    Ram Balak Roy
    Biharone@gmail.com
    my blog Biharone-org.blogspot.com

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  2. बहुत सुन्दर रचना..दैनिक जागरण में प्रकाशन पर बधाई.

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  3. @ Shahroz ji,

    आपकी शुभकामनाओं के लिए आभार.

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