नेहरु चाचा आओ ना (पुण्य-तिथि पर)

नेहरु चाचा आओ ना
दुनिया को समझाओ ना
बच्चे कितने प्यारे होते
कोई उन्हे सताये ना
नेहरु चाचा आओ ना
मधु मुस्कान दिखाओ ना
तुम गुलाब की खुशबू हो
बचपन को महकाओ ना
नेहरु चाचा आओ ना
उजियारा फैलाओ ना
देशभक्त हों, पढें लिखें
ऐसा पाठ पढाओ ना
नेहरु चाचा आओ ना !!
नेहरु जी की पुण्य तिथि पर उनका पुनीत स्मरण करती भावभीनी कविता.
जवाब देंहटाएंनेहरु जी की पुण्य तिथि पर उनका पुनीत स्मरण करती भावभीनी कविता.
जवाब देंहटाएंनेहरु चाचा आओ ना
जवाब देंहटाएंउजियारा फैलाओ ना
देशभक्त हों, पढें लिखें
ऐसा पाठ पढाओ ना
बेहद लाजवाब और सुन्दर अभिव्यक्ति है।
बाल मन को नेहरू जी का अनुपम संदेश देती यह कविता सहज एवं रोचक है। अब इसी बाल पीढी से किसी नेहरू को निकलना है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर बाल कविता है। नेहरू चाचा को इस माध्यम से याद करना बहुत अच्छा लगा. श्रद्धांजलि !!
जवाब देंहटाएंनेहरु जी की पुण्य तिथि पर बाल कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि का प्रोयाग अनूठा लगा. आखिर उनका बच्चों से हार्दिक लगाव भी तो था.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंकविता अच्छी है और आज के दिन के सामयिक भी।
जवाब देंहटाएंइस बाल कविता के माध्यम से आपने नेहरू चाचा की याद ताजी कर दी.
जवाब देंहटाएंनेहरु चाचा आओ ना
जवाब देंहटाएंमधुमुस्कान दिखाओ ना
तुम गुलाब कि खुशबू हो
बचपन को महकाओ ना
.....सार्थक और सच्ची अभिव्यक्ति है।
नेहरु जी की पुण्य-तिथि पर श्रद्धांजलि !!
Nice Poem.
जवाब देंहटाएंPUNYA TITHI PAR NAMAN.
जवाब देंहटाएंचाचा नेहरु को श्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारा गीत
जवाब देंहटाएंडाकिया बाबू की तरफ से श्रद्धांजलि !!
जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल कविता।
जवाब देंहटाएंनेहरु चाचा आओ ना
जवाब देंहटाएंदुनिया को समझाओ ना
बच्चे कितने प्यारे होते
कोई उन्हे सताये ना
आप की कविता की यह पंक्ति मुझे बहुत बहुत अच्छी लगी ! सभी लोगों को ऐसा ही सोचना चाहिए