tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post7650087179935372214..comments2024-02-11T10:36:50.218+05:30Comments on शब्द-सृजन की ओर: अपनी संस्कृति पर गर्व करना सीखें...KK Yadavhttp://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-60100580114316048432011-06-21T13:41:52.889+05:302011-06-21T13:41:52.889+05:30यह पुस्तक उपलब्ध कहाँ होगी...यह पुस्तक उपलब्ध कहाँ होगी...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-32233144101779649052011-06-21T13:41:24.077+05:302011-06-21T13:41:24.077+05:30सारगर्भित समीक्षा..गहरी विवेचना..बधाई.सारगर्भित समीक्षा..गहरी विवेचना..बधाई.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-42867431908301557382011-06-20T15:08:41.143+05:302011-06-20T15:08:41.143+05:30क्यों हम अपनी उपलब्धियों और मजबूत पहलुओ को नकारने ...क्यों हम अपनी उपलब्धियों और मजबूत पहलुओ को नकारने में ही सारी उर्जा खत्म कर देते है. चलिए हम अपनी संस्कृति पे गर्व करना सीखे बिना किसी ग्लानि बोध के...Wakai aj isi ki jarurat hai.Ram Shiv Murti Yadavhttps://www.blogger.com/profile/14132527541648964036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-21089684762304523212011-06-20T14:37:03.455+05:302011-06-20T14:37:03.455+05:30I am also proud of my culture.I am also proud of my culture.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-7997912716512117172011-06-17T21:38:12.712+05:302011-06-17T21:38:12.712+05:30हमें तो पूर्ण गर्व है।हमें तो पूर्ण गर्व है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-74032446397512056142011-06-17T20:19:11.087+05:302011-06-17T20:19:11.087+05:30एक बेहतरीन और सार गर्भित लेख, हमने अपनी आध्यामिकत...एक बेहतरीन और सार गर्भित लेख, हमने अपनी आध्यामिकता छोड़ कर पाश्चात्य मैकाले अपना लिए और अपनी संस्कृति दकियानूशी और अदाम्बर्युक्त . विद्वानों को आगे आना ही होगा नहीं तो विज्ञान के कुतर्की हमारी संस्कृति को रौंद देंगे. जय भारतAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-33903148205229035122011-06-17T12:34:15.529+05:302011-06-17T12:34:15.529+05:30"जिस देश में ज्ञान के उच्त्तम सोपानो पे विचरण..."जिस देश में ज्ञान के उच्त्तम सोपानो पे विचरण करना नैसर्गिक माना जाता रहा हो. भौतिक उपलब्धियों पे गर्व करना अलग बात है पर उनको सर्वस्व या अंतिम लक्ष्य मान लेना अलग बात है. दुःख की बात है की जिस देश में ज्ञान की महिमा का बखान होता रहा है आज उसी देश में कंचन और काया की प्रधानता है."<br /><br />इस ग्रंथ में सलिल जी नें निश्चित ही दुर्बोध का आवरण हटानें का शुभ प्रयास किया है। इस लेखन के के लिये अनंत आभार विद्वान लेखक श्री को।<br />ग्रंथ विवेचन के इस लेख लिए अरविन्द पाण्डे जी का भी आभार्।<br />इस प्रस्तुति के लिये यादव जी आपका शुक्रिया।<br /><br />हमें मात्र गर्व ही नहीं सभी को शीघ्र उन बेसीक जीवन-मूल्यों की और लौटना होगा। हमारे पूर्वजों ने स्वपर सभी के लिये धरोहर दी है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-46267142430222573842011-06-17T12:10:58.468+05:302011-06-17T12:10:58.468+05:30क्यों हम अपनी उपलब्धियों और मजबूत पहलुओ को नकारने ...क्यों हम अपनी उपलब्धियों और मजबूत पहलुओ को नकारने में ही सारी उर्जा खत्म कर देते है. चलिए हम अपनी संस्कृति पे गर्व करना सीखे बिना किसी ग्लानि बोध के. आज से और अभी से!<br /><br /><br />आपके ब्लॉग पर इस विषय पर पोस्ट पढ़ कर मन प्रसन्न हो जाता है .. ह्रदय से धन्यवाद देता हूँ आपको इस पोस्ट के लिए और अपने पसंदीदा ब्लोग पर आपकी इस पोस्ट का लिंक भी दे कर आऊँगा <br /><br />मुझे अपनी संस्कृति पर गर्व था ...है और रहेगाएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-69791112200626116482011-06-17T10:48:58.118+05:302011-06-17T10:48:58.118+05:30सलिल जी की पुस्तक के बारे में अच्छी जानकारी मिली ....सलिल जी की पुस्तक के बारे में अच्छी जानकारी मिली ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-42746452717380161772011-06-17T08:29:42.802+05:302011-06-17T08:29:42.802+05:30हमे तो गर्व है अपनी संस्कृ्ति पर।हमे तो गर्व है अपनी संस्कृ्ति पर।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com