tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post9153961562068233993..comments2024-02-11T10:36:50.218+05:30Comments on शब्द-सृजन की ओर: हे राम !!KK Yadavhttp://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-11935403337590639932012-01-29T10:56:12.161+05:302012-01-29T10:56:12.161+05:30कल 30/01/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल प...<i><b> कल 30/01/2012 को आपकी यह पोस्ट <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> नयी पुरानी हलचल </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br />धन्यवाद! </b></i>Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-19706551443770526622009-02-04T13:04:00.000+05:302009-02-04T13:04:00.000+05:30सार्थक कविता, जो हमारे समय की विद्रूपताओं को बखूबी...सार्थक कविता, जो हमारे समय की विद्रूपताओं को बखूबी बयां करती है।Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-24593324440302891342009-02-01T16:48:00.000+05:302009-02-01T16:48:00.000+05:30युवा शक्ति को समर्पित हमारे ब्लॉग पर भी आयें और दे...युवा शक्ति को समर्पित हमारे ब्लॉग पर भी आयें और देखें कि BHU में गुरुओं के चरण छूने पर क्यों प्रतिबन्ध लगा दिया गया है...आपकी इस बारे में क्या राय है ??Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-163143486735897882009-01-31T13:45:00.000+05:302009-01-31T13:45:00.000+05:30yadav ji ,this is the ultimate writing ..bahut bad...yadav ji ,<BR/><BR/>this is the ultimate writing ..<BR/>bahut badhai aapko<BR/><BR/>sir, meri nai post padhiyenga<BR/><BR/>aapka <BR/><BR/>vijayvijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-934978820141693612009-01-31T12:38:00.000+05:302009-01-31T12:38:00.000+05:30एक बार फिरगाँधी जी खामोश थे...ये दो पंक्तियाँ ही ब...एक बार फिर<BR/>गाँधी जी खामोश थे<BR/>...ये दो पंक्तियाँ ही बहुत कुछ कह जाती हैं. सुन्दर भाव....सुन्दर कविता.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-25844227431596022912009-01-31T12:15:00.001+05:302009-01-31T12:15:00.001+05:30पुण्यतिथि पर गाँधी जी को श्रद्धांजलि.पुण्यतिथि पर गाँधी जी को श्रद्धांजलि.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-10342858349697469262009-01-31T12:15:00.000+05:302009-01-31T12:15:00.000+05:30आज के दौर में गाँधी जी पर अतिसुन्दर लिखा है आपने.आज के दौर में गाँधी जी पर अतिसुन्दर लिखा है आपने.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-63714769765618469462009-01-30T13:21:00.000+05:302009-01-30T13:21:00.000+05:30गांधीजी को समर्पित एक बहुत सुंदर रचना.गांधीजी को समर्पित एक बहुत सुंदर रचना.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-44313368995446574072009-01-30T12:49:00.000+05:302009-01-30T12:49:00.000+05:30के. के. जी के ही आलेख से--विश्व पटल पर महात्मा गाँ...के. के. जी के ही आलेख से--<BR/>विश्व पटल पर महात्मा गाँधी सिर्फ एक नाम नहीं अपितु शान्ति और अहिंसा का प्रतीक है। महात्मा गाँधी के पूर्व भी शान्ति और अहिंसा की अवधारणा फलित थी, परन्तु उन्होंने जिस प्रकार सत्याग्रह एवं शान्ति व अहिंसा के रास्तों पर चलते हुये अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया, उसका कोई दूसरा उदाहरण विश्व इतिहास में देखने को नहीं मिलता। तभी तो प्रख्यात वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा था कि -‘‘हजार साल बाद आने वाली नस्लें इस बात पर मुश्किल से विश्वास करेंगी कि हाड़-मांस से बना ऐसा कोई इन्सान धरती पर कभी आया था।’’ संयुक्त रा’ट्र संघ ने वर्ष 2007 से गाँधी जयन्ती को ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाये जाने की घोषणा करके शान्ति व अहिंसा के पुजारी महात्मा गाँधी के विचारों की प्रासंगिकता को एक बार पुनः सिद्ध कर दिया है।Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-11803573230730940812009-01-30T12:46:00.000+05:302009-01-30T12:46:00.000+05:30म. गाँधी के बारे में जितना भी कहा जाये, कम ही होगा...म. गाँधी के बारे में जितना भी कहा जाये, कम ही होगा.आज भी उनकी प्रासंगिकता उतनी ही है. अनुपम कविता के माध्यम से उनका पुण्य-स्मरण प्रभावित करता है.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-22207168796074677842009-01-30T12:40:00.000+05:302009-01-30T12:40:00.000+05:30पुण्यतिथि पर गाँधी जी को श्रद्धांजलि. सारा राष्ट्र...पुण्यतिथि पर गाँधी जी को श्रद्धांजलि. सारा राष्ट्र आपके दिखाए आदर्शों का कायल है.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-90702376290591768892009-01-30T12:37:00.000+05:302009-01-30T12:37:00.000+05:30आप सभी की सारगर्भित टिप्पणियों के लिए आभार. आपका प...आप सभी की सारगर्भित टिप्पणियों के लिए आभार. आपका प्रोत्साहन ही लेखनी को धार देता है. अपना स्नेह यूँ ही बनाये रखें.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-25121569309427730192009-01-30T12:29:00.000+05:302009-01-30T12:29:00.000+05:30अद्भुत कविता...अद्भुत भाव.....गाँधी जी अमर रहें......अद्भुत कविता...अद्भुत भाव.....गाँधी जी अमर रहें.....!Bhanwar Singhhttps://www.blogger.com/profile/15075816337973720075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-29860648983046017202009-01-30T12:23:00.000+05:302009-01-30T12:23:00.000+05:30गुजरात दंगों के दौरान लिखी यह कविता आज गाँधी जी की...गुजरात दंगों के दौरान लिखी यह कविता आज गाँधी जी की पुण्य-तिथि की पूर्व संध्या पर बरबस ही याद आ गई और इसे पोस्ट करने का मोह न छोड़ सका ....के.के. जी यह आपकी परखी सोच और प्रतिबद्धता का प्रतीक है. लाजवाब प्रस्तुति के लिए बधाई.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-47642423566269151542009-01-30T12:21:00.000+05:302009-01-30T12:21:00.000+05:30जहाँ हमारे राजनेता आज गाँधी जी को नारा बनाकर उछालत...जहाँ हमारे राजनेता आज गाँधी जी को नारा बनाकर उछालते हैं., वहां एक लम्बे समय बाद किसी कविता को पढ़कर दिल उद्देलित हुआ है. कृष्ण जी को साधुवाद.Dr. Brajesh Swaroophttps://www.blogger.com/profile/17791749899067207963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-24760007559948059612009-01-30T12:13:00.000+05:302009-01-30T12:13:00.000+05:30उन्होंने ‘हे राम’ कहना चाहापर तभी उन्मादियों की एक...उन्होंने ‘हे राम’ कहना चाहा<BR/>पर तभी उन्मादियों की एक भीड़<BR/>उन्हें रौंदती चली गई !!!<BR/>....अत्यंत मर्मस्पर्शी भाव. गाँधी जी का आज भी कोई विकल्प नहीं है.वे आज भी हमारे दिलों में जिन्दा हैं.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-65845253635014998342009-01-30T12:02:00.000+05:302009-01-30T12:02:00.000+05:30आज के हालात में गाँधी जी के बहाने रुचिकर कविता.आज के हालात में गाँधी जी के बहाने रुचिकर कविता.Ram Shiv Murti Yadavhttps://www.blogger.com/profile/14132527541648964036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-88242273292490978652009-01-30T11:59:00.000+05:302009-01-30T11:59:00.000+05:30गाँधी जी को श्रद्धांजलिस्वरुप बहुत सुन्दर भावों से...गाँधी जी को श्रद्धांजलिस्वरुप बहुत सुन्दर भावों से रचित कविता . के. के. जी ने इसे समसामयिक भी बना दिया है.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-81868473167359969492009-01-30T10:35:00.000+05:302009-01-30T10:35:00.000+05:30Mujhe to ek purana filmi geet yaad aa gayaa.देखो क...Mujhe to ek purana filmi geet yaad aa gayaa.<BR/><BR/>देखो कहीं बरबाद न होवे ये बगीचा<BR/>अपने हृदय के ख़ून से बापू ने है सींचा<BR/>रक्खा है ये चराग़ शहीदों ने बाल के<BR/>इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के<BR/>ऐटम बमों के ज़ोर पे ऐंठी है ये दुनिया<BR/>बारुद के इक ढेर पे बैठी है ये दुनिया<BR/>तुम हर क़दम उठाना ज़रा देखभाल के<BR/>इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के<BR/>puraane filmi shaayar bhi kaise-kaise gaane likh maarte the. kai baar to ye aaj-kal ke gair-filmi/sahityik geetoN/ghazaloN/kavitayoN par bhi bhaari pad jate haiN.<BR/>par kya khub likha hai aapne!Sanjay Groverhttps://www.blogger.com/profile/14146082223750059136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-28549890514339758202009-01-30T10:34:00.001+05:302009-01-30T10:34:00.001+05:30भाई यादव जी ,अभिव्यक्ति की सार्थकता हमेशा कवित्त र...भाई यादव जी ,अभिव्यक्ति की सार्थकता हमेशा कवित्त रूप मैं ज्यादा होती है ...गांधी जी के प्रति उनके पुण्यस्मरण को आपने जैसे जिया है इस भावना के जरिये ...शब्द और बानगी सरल है ....इसलिए भी शायद...बधाई,विधुल्लताhttps://www.blogger.com/profile/15471222374451773587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-53408591972747341692009-01-30T10:34:00.000+05:302009-01-30T10:34:00.000+05:30भाई यादव जी ,अभिव्यक्ति की सार्थकता हमेशा कवित्त र...भाई यादव जी ,अभिव्यक्ति की सार्थकता हमेशा कवित्त रूप मैं ज्यादा होती है ...गांधी जी के प्रति उनके पुण्यस्मरण को आपने जैसे जिया है इस भावना के जरिये ...शब्द और बानगी सरल है ....इसलिए भी शायद...बधाई,विधुल्लताhttps://www.blogger.com/profile/15471222374451773587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-80557450486533326962009-01-30T10:33:00.000+05:302009-01-30T10:33:00.000+05:30बहुत सामायिक रचना.बहुत सामायिक रचना.Poonam Misrahttps://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-65157392725061032512009-01-29T23:00:00.000+05:302009-01-29T23:00:00.000+05:30... प्रसंशनीय व प्रभावशाली रचना है।... प्रसंशनीय व प्रभावशाली रचना है।कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-48463404327459365122009-01-29T21:06:00.000+05:302009-01-29T21:06:00.000+05:30क्या बात है.....!!.......मजे की बात तो यही है कि भ...क्या बात है.....!!.......मजे की बात तो यही है कि भीड़ का कोई चेहरा भी कहाँ होता है....शायद इसीलिए तो उसे भीड़ कहते हैं....सोच-संवेदना-विचार या विवेक से बिल्कुल परे.........आपने खूब लिखा है भाई....!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-84639999329775601472009-01-29T20:01:00.000+05:302009-01-29T20:01:00.000+05:30बढिया रचना है।बधाई।बढिया रचना है।बधाई।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com