tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post2676925245043239146..comments2024-02-11T10:36:50.218+05:30Comments on शब्द-सृजन की ओर: भगवान को पातीKK Yadavhttp://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-84510764699280215332010-07-30T16:13:30.368+05:302010-07-30T16:13:30.368+05:30रोचक बात बताई...आभार.रोचक बात बताई...आभार.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-27922441062122866182010-07-21T14:44:02.915+05:302010-07-21T14:44:02.915+05:30...ईश्वर में आस्था अभी भी कायम है....ईश्वर में आस्था अभी भी कायम है.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-25830789865581731002010-07-15T17:37:12.697+05:302010-07-15T17:37:12.697+05:30bahut hi sundarbahut hi sundarजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-22781704207918013002010-07-14T13:44:49.990+05:302010-07-14T13:44:49.990+05:30_________________________
अब ''बाल-दुनिया&..._________________________<br />अब ''बाल-दुनिया'' पर भी बच्चों की बातें, बच्चों के बनाये चित्र और रचनाएँ, उनके ब्लॉगों की बातें , बाल-मन को सहेजती बड़ों की रचनाएँ और भी बहुत कुछ....आपकी भी रचनाओं का स्वागत है.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-60950939064675735832010-07-13T23:10:51.656+05:302010-07-13T23:10:51.656+05:30वाकई हम 21 वीं सदी में विज्ञानं के बीच भले ही जी र...वाकई हम 21 वीं सदी में विज्ञानं के बीच भले ही जी रहे हों, पर ईश्वरीय आस्था जस की तस कायम है. यही हमारी परम्परा है, आस्था है, संस्कृति है...!!<br /><br />Aapki baat se sahmt hoon.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-12914789439481242232010-07-13T09:44:21.988+05:302010-07-13T09:44:21.988+05:30"वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा'' क..."वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा'' का ख़िताब पाने पर अक्षिता (पाखी) को ढेर सारी बधाई और प्यार. आप यूँ ही उन्नति करती रहो.ढेरों शुभकामनायें.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-28553087607466483052010-07-13T09:44:05.356+05:302010-07-13T09:44:05.356+05:30दिलचस्प जानकारी..हमें भी कुछ मांगना होगा तो अब ईश्...दिलचस्प जानकारी..हमें भी कुछ मांगना होगा तो अब ईश्वर को पाती लिखेंगे.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-25684363900819764562010-07-13T09:02:51.894+05:302010-07-13T09:02:51.894+05:30'ब्लागोत्सव-2010' द्वारा 'वर्ष की श्रे...'ब्लागोत्सव-2010' द्वारा 'वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा' का ख़िताब पाने पर अक्षिता (पाखी) को बधाइयाँ. इस अवसर पर पाखी के पापा के.के. यादव जी और ममा आकांक्षा यादव जी को भी बधाई कि उन्होंने पाखी को वो परिवेश और संस्कार दिए कि पाखी को आज यह सम्मान मिला. वैसे पाखी है ही इतनी प्यारी कि लोग खींचे चले आते हैं. रविन्द्र प्रभात और आयोजन से जुड़े सभी लोगों ने पाखी को श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा का ख़िताब देकर जता दिया है कि बच्चे भी किसी से कम नहीं. आपको, आकांक्षा जी को और पाखी को एक बार फिर से हार्दिक बधाइयाँ.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-14068401135851874112010-07-13T09:02:31.776+05:302010-07-13T09:02:31.776+05:30सब अपनी-अपनी आस्था का सवाल है..लाजवाब जानकारी.सब अपनी-अपनी आस्था का सवाल है..लाजवाब जानकारी.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-77446500844207231852010-07-13T01:36:45.490+05:302010-07-13T01:36:45.490+05:30बढ़िया और नयी जानकारीबढ़िया और नयी जानकारीसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-45067680129604686732010-07-13T00:50:16.506+05:302010-07-13T00:50:16.506+05:30के के साहब आपको कृष्ण कुमार कहता हूँ (के के नाम थो...के के साहब आपको कृष्ण कुमार कहता हूँ (के के नाम थोड़ा फिल्मी लगता है) …मज़ाक... बहुत अच्छी जानकारी दी आपने... आस्था हमारे देश की फिज़ाँ में है... और इसका कोई तर्क नहीं, कोई सबूत नहीं... आभार आपका... गोवा के बिग फुट पर हाथ रखकर भी लोग मन्नतें मांगते हैं, और पूरा होने पर पत्र लिखकर धन्यवाद व्यक्त करते हैं. कई पत्र आते हैं वहाँ... बहुत अच्छा लगा.सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-9074757184073455202010-07-12T23:05:27.791+05:302010-07-12T23:05:27.791+05:30बहुत खूब सर । कक्षा 10 में ये कहानी पढी थी और अब आ...बहुत खूब सर । कक्षा 10 में ये कहानी पढी थी और अब आपके लेख को पढकर वो कहानी दोबारा याद आ गयी। परन्तु यह कभी नहीं सोचा था कि इस तरह का कोई मंदिर भी हो सकता है जहां लोग पत्र के माध्यम से भगवान से अपनी इच्छा व्यक्त करते है। इस महत्वपूर्ण जानकारी एवं ज्ञान वर्धन के लिए बधाई।ANKURhttps://www.blogger.com/profile/04586657156206850719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-48489929498079699802010-07-12T11:59:16.417+05:302010-07-12T11:59:16.417+05:30vaah ..............badi hi badhiya jaankari di hai...vaah ..............badi hi badhiya jaankari di hai.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1274878353190056766.post-83378407264196647112010-07-12T09:58:15.168+05:302010-07-12T09:58:15.168+05:30सुन्दर।सुन्दर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com