समर्थक / Followers

रविवार, 27 दिसंबर 2009

घर-आफिस की चिंता अब रोबोट के जिम्मे

अभी तक हम रोबोट के किस्से सुना करते था, पर अब भारत में भी रोबोट अपने जलवे दिखने को तैयार है. यदि आप अपनी जिंदगी में बेहद व्यस्त आदमी हैं तोअब घर और ऑफिस की चिंता करने की जरूरत नहीं। सुरक्षा का जिम्मा संभालने के लिए रोबोट है न। स्पर्श और ध्वनि सेंसर युक्त रोबोट 'स्कार्पियो' दुश्मन की आहट पाते ही हमला करता है। यही नहीं, आम इंसान की तरह दौड़-दौड़कर काम निपटाने वाला हिमोनाइड भी तैयार है।

सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि यह रोबोट किसी वैज्ञानिक ने नहीं बल्कि डीबीएस कालेज, कानपुर की इलेक्ट्रानिक्स की बीएससी की छात्रा श्रुति अवस्थी और निधि अवस्थी ने तैयार किये हैं। वस्तुत: 'स्कार्पियो' माइक्रोप्रोसेसर वाला कंप्यूटर आधारित रोबोट है। तीन बैटरी वाले स्कार्पियो में टच व साउंड सेंसर लगे हैं। 25 सेंटीमीटर की रेंज वाले तैयार रोबोट की क्षमता कितनी भी बढ़ायी जा सकती है। यह रोबोट संपर्क में आते ही दो कदम पीछे हटकर हमला करता है। इसी प्रकार दो बैटरियों वाले दूसरे रोबोट हिमोनाइड में टच, साउंड सेंसर के साथ ही इंफ्रारेड सेंसर लगे हैं, जो इशारे पर काम करता है। यह विकलांगों के लिए सबसे ज्यादा मददगार है। दवा, पानी, सामान लाने जैसे काम इससे कराये जा सकते हैं।

9 टिप्‍पणियां:

Akanksha Yadav ने कहा…

...चलिए फिर घर के कामों से छुट्टी.

राज भाटिय़ा ने कहा…

चलिये भारत मै दब्बू पतियो को थोडा आराम मिलेगा

डॉ टी एस दराल ने कहा…

यहाँ तो लोग पहले हो रोबोटिक लाइफ जी रहे हैं।
अब एक और रोबोट।
राज जी ने ठीक कहा, शायद पतियों के लिए।

बेनामी ने कहा…

ये तो मजेदार रहा भाई.

बेनामी ने कहा…

ये तो मजेदार रहा भाई.

Unknown ने कहा…

अभी भी मानव रोबोट ही है, बस दिमाग के साथ-साथ दिल का भी उपयोग कर लेता है....इस बेहतरीन जानकारी के लिए साधुवाद.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

रोबोट भैया की जय हो. कुछ काम-काज हमारा भी निबटा देंगें.

Bhanwar Singh ने कहा…

बच्चों का अद्भुत कमाल, बधाई हो सभी को .

raghav ने कहा…

Majedar..